नईदिल्ली(ए)। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने आज आरोप लगाया है कि मतदाता सघन वोटर पुनरीक्षण के दौरान गरीबों, पिछडों और अल्पसंख्यकों खासकर यादवों के नाम जान बूझ कर काटे जा रहे हैं। राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता तेजस्वी यादव ने आज यहां एक संवाददाता सम्मेलन में इस बात पर चिंता जताई और कहा कि गरीबों, पिछडों और अल्पसंख्यकों को जानबूझ कर मतदाता सूची से अलग किया जा रहा है। बहुल से इलाकों की अनदेखी की जा रही है और बीएलओ बुलाने पर भी इन इलाकों में पुनरीक्षण के लिए नहीं जा रहै हैं।
तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने कहा कि चुनाव आयोग (Election Commission) खुद कह रहा है कि करीब 35 लाख मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाए गए हैं। उन्होंने इस आंकड़े की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि यही संख्या तीन दिन पहले एक अंग्रेजी अखबार ने छापी हैं, फिर चुनाव आयोग नया क्या बता रहा है। उन्होंने सवाल किया कि अभी एक हफ्ते का समय बचा हुआ है और पहले ही नाम कटने वालो की संख्या जारी कर दी गयी है। यादव ने कहा कि चुनाव आयोग हमारी बातों को नही सुन रहा है। उसके कानों पर जूं तक नही रेंग रही है। उन्होंने कहा कि 19 जुलाई को कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़के के आवास पर ‘इंडिया एलाइंस’ की मीटिंग रखी गई है। सभी घटक दलों के साथ इस मिटिंग में ये तय किया जाएगा कि आगे की लड़ाई कैसे लड़ी जाए।
बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुरेश राम ने कहा कि फर्जीवाड़े की पोल खोलते वाला वीडियो हमारे पास है। उस वीडियो को ले कर कम जनता के बीच जाएंगे। मुझे उम्मीद है कि सच जानने के बाद जनता चुप नही बैठेगी।