नईदिल्ली(ए)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 79वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश को संबोधित करते हुए एक बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहा कि दिवाली तक सरकार ‘अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधार’ लाएगी, जिसे देशवासियों के लिए एक ‘दिवाली गिफ्ट’ माना जा रहा है। इस सुधार का मकसद आम आदमी की रोजमर्रा की चीजों पर टैक्स कम करना है, जिससे अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
जीएसटी स्लैब में बदलाव का संकेत
एक रिपोर्ट के अनुसार, सरकार मौजूदा 12% और 28% जीएसटी स्लैब को खत्म कर सकती है और उनकी जगह 5% और 18% के दो नए स्लैब ला सकती है। अगर ऐसा होता है तो 28% स्लैब में आने वाले लगभग 90% सामानों पर टैक्स घटकर 18% हो जाएगा, जबकि 12% स्लैब वाली चीजें 5% के स्लैब में आ सकती हैं। इसके अलावा तंबाकू, पान मसाला और अन्य लग्जरी आइटम के लिए एक नया 40% का स्लैब भी लाया जा सकता है।
कौन सी चीजें हो सकती हैं सस्ती?
अगर 12% जीएसटी स्लैब की चीजों को 5% के स्लैब में लाया जाता है, तो इसका सीधा फायदा आम आदमी को होगा। दैनिक उपयोग की कई महत्वपूर्ण चीजें सस्ती हो सकती हैं, जिनमें शामिल हैं:
- खाद्य पदार्थ: नमकीन, भुजिया, जूस, सूखे मेवे (बादाम, अखरोट, काजू), बटर, घी और चीज।
- कपड़े और जूते: ₹500 से कम के जूते-चप्पल और ₹1,000 से कम के साड़ी, सूट, कुर्ते।
- इलेक्ट्रॉनिक्स: मोबाइल फोन, चार्जर, कंप्यूटर और लैपटॉप।
- दवाएं और सौंदर्य उत्पाद: पैकेज्ड आयुर्वेदिक, यूनानी और होम्योपैथिक दवाएं, कॉन्टैक्ट लेंस, चश्मे, हेयर ऑयल, साबुन और टूथपेस्ट।
- कृषि उत्पाद: यूरिया और डीएपी जैसे उर्वरक।
इन वस्तुओं पर जीएसटी 12% से घटकर 5% होने से इनके दाम काफी कम हो जाएंगे।