लेह(ए)। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की टीम ने लद्दाख में इतिहास रच दिया है। उन्होंने दुनिया की सबसे ऊंची मोटर योग्य सड़क बनाने का अपना ही गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ दिया है। बीआरओ की प्रोजेक्ट हिमांक टीम ने लेह जिले में लिकारू-मिग ला-फुकचे सड़क पर मिग ला दर्रा पर सफलता पाई है। यह दर्रा 19,400 फीट की ऊंचाई पर है। इससे पहले का रिकॉर्ड भी बीआरओ के नाम था, जो उमलिंग ला में 19,024 फीट की ऊंचाई पर बनी सड़क का था।
यह बड़ी उपलब्धि बुधवार को हासिल हुई, जब प्रोजेक्ट हिमांक के चीफ इंजीनियर ब्रिगेडियर विशाल श्रीवास्तव के नेतृत्व में टीम मिग ला पहुंची और वहां राष्ट्रीय ध्वज और बीआरओ का झंडा फहराया।
बीआरओ ने बताया कि यह सड़क हानले सेक्टर से भारत-चीन सीमा के पास स्थित फुकचे गांव तक जाने का तीसरा महत्वपूर्ण रास्ता है। यह हमारी सुरक्षा और बुनियादी ढांचे के लिए बहुत जरूरी है। इस दर्रे से सिंधु घाटी के शानदार नजारे दिखते हैं। यह रास्ता लद्दाख में पर्यटन को बड़ा बढ़ावा देगा और यहां आने वालों को एक बेहतरीन अनुभव देगा। बीआरओ ने दुनिया के 14 सबसे ऊंचे वाहन चलने लायक दर्रों में से 11 का निर्माण किया है। यह उपलब्धि बीआरओ के अदम्य साहस, बेहतरीन इंजीनियरिंग और मुश्किल से मुश्किल रास्तों पर भी सड़क बनाने की उनकी अटूट लगन को दर्शाती है।