नईदिल्ली(ए)। भारतीय वायुसेना को जल्द ही अमेरिका से बचे हुए 3 अपाचे AH-64 अटैक हेलीकॉप्टर मिलने वाले हैं। साथ ही भारतीय नौसेना MH-60R सीहॉक हेलीकॉप्टर को इसी हफ्ते तक स्क्वाड्रन में शामिल करने वाला है।
हेलीकॉप्टरों की यह खेप मिलने के बाद भारतीय वायुसेना और नौसेना की शक्ति बढ़ जाएगी। आर्मी और वायुसेना को उम्मीद है कि 2028 से 156 स्वदेशी लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर मिलने भी शुरू हो जाएंगे।
अगले 10-15 सालों में भारतीय सेना को अलग-अलग तरह के 1000 से ज्यादा हेलीकॉप्टर चाहिए। इन्हें चीता और चेतक हेलीकॉप्टरों की जगह कमीशन किया जाएगा। इनमें 484 हल्के हेलीकॉप्टर होंगे, जिनका वजन 3.5 टन तक होगा। वहीं, 10-15 टन वाले 419 हेलीकॉप्टर होंगे, जो कई तरह के काम करने में माहिर होंगे।
रक्षा अधिकारी के अनुसार, 3 अपाचे गनशिप टैंकों को हवा से ही ध्वस्त कर सकते हैं। इनमें एयर टू एयर मिसाइल, एयर टू ग्राउंड मिसाइल समेत बंदूकें और रॉकेट भी मौजूद होंगे। कुछ ही समय में हेलीकॉप्टर की यह खेप भारत पहुंच जाएगी।
अपाचे की गिनती दुनिया के सबसे एडवांस अटैक हेलीकॉप्टरों में की जाती है। भारत के अलावा अपाचे हेलीकॉप्टर अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, इजरायल और मिस्त्र की सेना का भी अहम हिस्सा हैं।
अपाचे हेलीकॉप्टर में नाइट विजन के साथ थर्मल सेंसर लगा है, जो रात में भी दुश्मन पर भारी पड़ सकते हैं।
यह हेलीकॉप्टर 60 सेकेंड में 128 मूविंग टार्गेट्स को पहचानकर उन्हें नष्ट कर सकता है।
अपाचे हेलीकॉप्टर 625 प्रति मिनट की रफ्तार से फायरिंग करता है।
इसमें हाइड्रा 70 रॉकेट और AGM-114 हेलफायर मिसाइल सिस्टम भी लगा है।